कभी-कभी कोई बॉलीवुड स्टार सिर्फ पर्दे पर नहीं, बल्कि असली ज़िंदगी में भी लोगों को सच्चाई का आईना दिखा देता है। हाल ही में Soha Ali Khan ने ऐसा ही किया, जब उन्होंने Lenskart IPO पर अपनी ईमानदार राय रखी। उनकी बातों ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या हर बड़ा IPO वाकई एक सुनहरा मौका होता है, या फिर ये भी एक “जोश बनाम होश” वाला खेल है?
क्या है Lenskart IPO और क्यों बना है इतना चर्चित?
Lenskart, भारत की जानी-मानी eyewear company, ने हाल ही में शेयर बाज़ार में कदम रखने का ऐलान किया है। कंपनी ने करीब ₹7,278 करोड़ के बड़े IPO की घोषणा की है।
इसमें से लगभग ₹2,150 करोड़ कंपनी के विस्तार और कर्ज़ चुकाने के लिए इस्तेमाल होंगे, जबकि ₹5,128 करोड़ पुराने निवेशक अपने शेयर बेचकर बाहर निकलेंगे।
यानि यह IPO सिर्फ नए निवेशकों के लिए मौका नहीं, बल्कि पुराने हिस्सेदारों के लिए भी एक निकास द्वार है। कंपनी के संस्थापक Peyush Bansal (Shark Tank India के जज) इस कदम से कंपनी को ग्लोबल स्तर पर नई ऊंचाई तक पहुँचाना चाहते हैं।
Soha Ali Khan का स्पष्ट संदेश: “हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती”
Soha ने अपने वीडियो में बेहद सहज भाषा में समझाया कि IPO असल में क्या होता है। उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी का IPO खरीदना, मतलब उस कंपनी की कहानी में अपना एक छोटा हिस्सा जोड़ना।
लेकिन उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा —
“Lenskart एक बेहतरीन ब्रांड है, लेकिन इसका IPO फिलहाल बहुत महँगा लग रहा है। अगर आप सोच रहे हैं कि अगले शुक्रवार तक अमीर बन जाएंगे, तो थोड़ा ठहरकर सोचिए।”
उनकी यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई क्योंकि बहुत से नए निवेशक IPO को ‘जल्दी पैसा बनाने का जरिया’ समझते हैं। Soha का यह रियलिस्टिक ऐंगल बताता है कि निवेश कोई शॉर्टकट नहीं, बल्कि एक सोच-समझकर लिया गया फैसला है।
क्या वास्तव में महंगा है Lenskart IPO?
विशेषज्ञों के अनुसार, Lenskart IPO का प्राइस उसके मौजूदा मुनाफे के हिसाब से थोड़ा ज़्यादा है। कंपनी का विस्तार तेज़ी से हो रहा है — भारत के साथ-साथ UAE, Singapore और अमेरिका जैसे देशों में भी यह बढ़ रही है।
लेकिन अब तक कंपनी बड़े स्तर पर लाभ कमाने की स्थिति में नहीं आई है।
इसीलिए Soha ने निवेशकों को याद दिलाया कि किसी भी IPO में निवेश करने से पहले सिर्फ ब्रांड नाम देखकर नहीं, बल्कि कंपनी की financial reports, future potential और market valuation को समझना ज़रूरी है।
Soha Ali Khan की बातों में क्यों है गहराई?
Soha सिर्फ एक बॉलीवुड एक्ट्रेस नहीं हैं; वो Oxford University की ग्रैजुएट हैं और अर्थशास्त्र में गहरी समझ रखती हैं। उनकी राय सिर्फ “सेलिब्रिटी ओपिनियन” नहीं बल्कि financial awareness की झलक देती है।
उन्होंने बड़ी सहजता से यह बताया कि अगर आप निवेश कर रहे हैं, तो आपको भावनाओं से ज़्यादा तर्क और समय पर भरोसा करना चाहिए।
“निवेश एक मैराथन है, स्प्रिंट नहीं। जो धैर्य रखता है, वही अंत में जीतता है।”
निवेशकों के लिए सबक
Soha की बातें आज के दौर में बेहद महत्वपूर्ण हैं। जब हर जगह “जल्दी अमीर बनो” जैसी सोच हावी है, उन्होंने याद दिलाया कि –
Lenskart IPO जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश तभी फायदेमंद होता है जब आप लंबे समय तक टिके रहने का इरादा रखते हैं।
IPO में short term profit की उम्मीद रखना खतरनाक हो सकता है।
हर IPO के पीछे हाइप होती है, लेकिन निवेश से पहले research सबसे जरूरी है।
ब्रांड नहीं, valuation और growth को देखिए।
Soha Ali Khan की यह सलाह सुनकर कई लोग सोचने पर मजबूर हुए कि आखिर निवेश का असली मतलब क्या है।
Lenskart IPO वाकई बड़ा है, कंपनी का विज़न भी शानदार है — लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यह सबके लिए instant wealth का रास्ता बन जाएगा।
आज जब हर दूसरा सोशल मीडिया पोस्ट किसी IPO को “golden chance” बताता है, Soha ने हमें सिखाया कि चमक से पहले आंकड़े देखना ज़रूरी है।
“हर IPO का नतीजा सफलता नहीं होता, लेकिन हर समझदार निवेश आपको अनुभव ज़रूर देता है।”
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है। किसी भी वित्तीय निर्णय या निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।


